tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post1275678173764844835..comments2024-03-12T09:30:33.951+05:30Comments on यादें...: फ़ना के बाद भी ,मुझ को सता रहा है कोई , निशानें कब्र को मेरी मिटा रहा है कोई...अशोक सलूजाhttp://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-11492960005516944202011-07-08T10:43:56.211+05:302011-07-08T10:43:56.211+05:30इस ग़ज़ल को पेश करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद...इस ग़ज़ल को पेश करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाददीपक जैनhttps://www.blogger.com/profile/02800466135139063942noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-41214464610356845462011-07-05T12:52:48.566+05:302011-07-05T12:52:48.566+05:30आप सबने ग़ज़ल सुन कर,उसका भरपूर मज़ा लिया,में अपने...आप सबने ग़ज़ल सुन कर,उसका भरपूर मज़ा लिया,में अपने मक्सद में कामयाब रहा| इसकी मुझे भी उतनी ही खुशी है जितनी आप को <br />ग़ज़ल सुन कर मिली ....<br />आभार|अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-8097797832677518652011-07-05T10:27:49.719+05:302011-07-05T10:27:49.719+05:30'ऐसा लगता है ,जैसे आप के अपने एहसासों को कोई अ...'ऐसा लगता है ,जैसे आप के अपने एहसासों को कोई अपनी दर्द<br />भरी आवाज से आप को वोही सब महसूस करा रहा है ,जिसे आप कहना<br />चाह कर भी कह नही पा रहे थे |'<br />हाँ वीर जी !तभी तो हर कोई गीतों ,गज़लों का शौक़ीन होता है.जब गज़ल और श्रोता भाव-भूमि पर एक हो जाते हैं तभी तो उसे हम बार बार सुनते हैं. इन्हें सुन कर रो पडना भी शायद इसी कारन होता है.<br />मुझे भी वीडियो से ऑडियो सुनना ज्यादा पसंद है.कहीं कोई डिस्टर्बेंस नही.गीत गज़ल सीधे दिल में उतर जाती है.<br />ये गज़ल सुन रही हूँ.अच्छी लगी.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-51439879500292682772011-07-01T20:12:34.237+05:302011-07-01T20:12:34.237+05:30..."क्या आप मेरी पसंद की 'ग़ज़ल ' सुनन......"क्या आप मेरी पसंद की 'ग़ज़ल ' सुनना पसंद करेंगें"..?? <br /><br />ji nahi, bilkul nahi, pasand to karenge hi nahi.....<br /><br /><br />haan, lekin baar baar sunenge aur padhenge....:)CS Devendra K Sharma "Man without Brain"https://www.blogger.com/profile/14027886343199459617noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-53903593066560130992011-07-01T17:47:03.916+05:302011-07-01T17:47:03.916+05:30हो सकता है भाई साहब वर्ज्य हो वह ई -मेल ,फ़ीमेल की...हो सकता है भाई साहब वर्ज्य हो वह ई -मेल ,फ़ीमेल की तरह .एक बार फिर तलाशता हूँ यादें ......<br />फना के बाद भी मुझको सता रहा है कोई ,<br />जीते जी मुझे क्यों सता रहा है कोई ...virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-57323699423652260642011-06-29T06:01:31.060+05:302011-06-29T06:01:31.060+05:30बहुत बढ़िया ग़ज़ल सुनवाई आभारबहुत बढ़िया ग़ज़ल सुनवाई आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-49470871045365408472011-06-28T23:01:17.690+05:302011-06-28T23:01:17.690+05:30ग़ज़ल सीधे दिल में उतर गई .ग़ज़ल सीधे दिल में उतर गई .अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-81601490486849356662011-06-28T22:46:09.905+05:302011-06-28T22:46:09.905+05:30वाह अशोक जी । बहुत सुन्दर ग़ज़ल सुनवाई । आभार ।वाह अशोक जी । बहुत सुन्दर ग़ज़ल सुनवाई । आभार ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-24356085022393455692011-06-28T22:23:41.265+05:302011-06-28T22:23:41.265+05:30हम सुनकर मुग्ध हो गये।हम सुनकर मुग्ध हो गये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-15171871557172189882011-06-28T22:12:49.922+05:302011-06-28T22:12:49.922+05:30शानदार ग़ज़ल....शानदार ग़ज़ल....वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-33277082917267455392011-06-28T21:22:29.123+05:302011-06-28T21:22:29.123+05:30अँधेरी रात में तारों की झिलमिलाहट है ,
खुदाई सो ग...अँधेरी रात में तारों की झिलमिलाहट है ,<br />खुदाई सो गई आंसू बहा रहा है कोई .बचपन में इस ग़ज़ल का मतला पढ़ा करते थे ८-९ वीं कक्षा में.तब शब्दों के माने नहीं पता थे .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-85404408402981212802011-06-28T17:12:00.250+05:302011-06-28T17:12:00.250+05:30गर दर्द किसी गीत के कुछ शब्दों में होता है तो भी आ...गर दर्द किसी गीत के कुछ शब्दों में होता है तो भी आँखों को नाम कर जाता है,<br /><br />आप की इस पेशकश में तो दर्द की बहार आई, पर इसका मज़ा भी कुछ और ही है........बहुत सुंदर!!नश्तरे एहसास .........https://www.blogger.com/profile/12413478447349797313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-57703138516381913832011-06-28T16:17:17.460+05:302011-06-28T16:17:17.460+05:30वाह ... बहुत जानदार गज़ल है ... मज़ा आ गया ..वाह ... बहुत जानदार गज़ल है ... मज़ा आ गया ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-20760242222276263382011-06-28T13:01:25.560+05:302011-06-28T13:01:25.560+05:30वाह जी वाह...क्या ग़ज़ल सुनवाई है...वाह जी वाह...क्या ग़ज़ल सुनवाई है...नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-79166012491968102762011-06-28T12:39:41.491+05:302011-06-28T12:39:41.491+05:30एक अच्छी ग़ज़ल प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद।एक अच्छी ग़ज़ल प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद।Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-49433458224034803192011-06-28T12:04:35.382+05:302011-06-28T12:04:35.382+05:30सुन्दर कर्णप्रिय गजल जो,दिल की आँखों से दिखलाई भी ...सुन्दर कर्णप्रिय गजल जो,दिल की आँखों से दिखलाई भी देती है.<br />बहुत बहुत आभार,यार चाचू.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.com