tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post6746185285206000953..comments2024-03-12T09:30:33.951+05:30Comments on यादें...: क्या आप मेरी चिठ्ठी... मुझे पढ़ देंगे ???अशोक सलूजाhttp://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-36926605473933825482011-05-09T16:48:05.974+05:302011-05-09T16:48:05.974+05:30Very emotional post.Very emotional post.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-82129937975889814542011-05-02T10:04:49.566+05:302011-05-02T10:04:49.566+05:30गल्ति या सुधार बताने की कोई बात नहीं थी । वो तो आप...गल्ति या सुधार बताने की कोई बात नहीं थी । वो तो आपकी पोस्ट में जैसे चिट्ठी लिखने वाला बहाना बनाकर चल दिया वैसा ही एक उदाहरण मैंने भी आपके समक्ष प्रस्तुत कर दिया था । बस...Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-40268915572799108142011-05-01T19:35:59.745+05:302011-05-01T19:35:59.745+05:30कहानी अच्छी लगी .हैं तो आप पुराने खिलाडी यार चाचू....कहानी अच्छी लगी .हैं तो आप पुराने खिलाडी यार चाचू.चिठ्ठी लिख कर अपनी बात पेश करना अच्छा आता है आपको.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-42245271109468636552011-05-01T19:07:33.630+05:302011-05-01T19:07:33.630+05:30समीर भाई को शुक्रिया मुझसे पहले अदा करें भाई जी ! ...समीर भाई को शुक्रिया मुझसे पहले अदा करें भाई जी ! उन्होंने अपने कमेन्ट में आपसे <b>"पढने"</b> के लिए अर्ज किया है !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-88130253600131864972011-05-01T13:36:56.471+05:302011-05-01T13:36:56.471+05:30@ डॉक्टर साहिबा,
आप इस को हल्के-फुल्के मज़ाक में ह...@ डॉक्टर साहिबा,<br />आप इस को हल्के-फुल्के मज़ाक में ही लें |और अपनी नई गज़ल जल्दी पढ़वायें !आभार !<br /><br />@सुशील जी ,नमस्कार !माफ़ी चाहता हूँ आपसे ,न तो आपने गल्ती <br />बताई ,न कोई सुधार बताया !न पता चला आप टिप्पणी दें रहें हैं या टिप्पणी मांग रहे हैं ! पर इसके लिए अपनी अगली पोस्ट में कोशिश करूँगा कि आप का मनचाह उतर दे पाऊं! शुक्रिया !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-8645639928803538082011-05-01T13:12:10.151+05:302011-05-01T13:12:10.151+05:30समीर जी ,
नमस्कार !
कई बार तेरे दर पे मैं आया ,
ट...समीर जी ,<br />नमस्कार !<br /><br />कई बार तेरे दर पे मैं आया ,<br />टेक माथा,वापस चला आया <br />तेरे लिखे पे कैसे करूं टिप्पणी <br />कभी इस काबिल न अपने को पाया ||<br />खुश और स्वस्थ रहें !<br />आभार !<br />अशोक सलूजा !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-12921882481013105482011-05-01T12:58:59.958+05:302011-05-01T12:58:59.958+05:30गुरु भाई, सतीश जी !
खुश रहो !
सुधार के लिए शुक्रिय...गुरु भाई, सतीश जी !<br />खुश रहो !<br />सुधार के लिए शुक्रिया ! इसको लेकर मैं हमेंशा ही confusion में <br />रहा !आज फिर कुछ सीखने को मिला !<br />आभार !<br />स्वस्थ रहें !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-65039859575611234632011-05-01T10:50:39.121+05:302011-05-01T10:50:39.121+05:30बहुत ही गहरे भाव !
मजाक कम...वेदना ज्यादा.बहुत ही गहरे भाव !<br />मजाक कम...वेदना ज्यादा.Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-82310081487697178012011-05-01T09:39:52.395+05:302011-05-01T09:39:52.395+05:30मुल्ला नसरुद्दीन से पडौसी ने कुल्हाडी मांगी । मुल्...मुल्ला नसरुद्दीन से पडौसी ने कुल्हाडी मांगी । मुल्ला बोला नहीं कुल्हाडी कैसे दे सकता हूँ मुझे दाढी बनानी है । मुल्ला की पत्नी बोली वो कुल्हाडी मांग रहा है और तुम दाढी बनाने की बात कर रहे हो । ये कुल्हाडी का दाढी से क्या सम्बन्ध ? मुल्ला तब बोला जब मुझे कुल्हाडी देना ही नहीं है तो बहाना कुछ भी हो सकता है ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-80340032944390773072011-05-01T07:35:44.701+05:302011-05-01T07:35:44.701+05:30पड़ अथवा पड़ना को पढ़ एवं पढना , लिखें ...कृपया ...पड़ अथवा पड़ना को पढ़ एवं पढना , लिखें ...कृपया ठीक करलें ! शुभकामनायें !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-82602463612032534152011-05-01T07:30:12.600+05:302011-05-01T07:30:12.600+05:30लिख तो ठीक रहे हैं..
जरा पढ़कर भी बताये...
हाथ आजम...लिख तो ठीक रहे हैं..<br />जरा पढ़कर भी बताये...<br />हाथ आजमाने के लिए <br />हमारे दर पर आयें. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com