tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post4059210585278248416..comments2024-03-12T09:30:33.951+05:30Comments on यादें...: उम्मीद...!!! अब, भी बाकी है..??अशोक सलूजाhttp://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-25984751280092970962012-05-04T21:14:24.198+05:302012-05-04T21:14:24.198+05:30एक दिन ईश्वर से छुट्टी ले
कुछ साथ बिताने आ जाओ
एक ...एक दिन ईश्वर से छुट्टी ले<br />कुछ साथ बिताने आ जाओ<br />एक दिन बेटे की चोटों को<br />खुद अपने आप देख जाओ<br />कैसे लोगों संग दिन बीते ? कुछ दर्द बताने बैठे हैं !<br />हम आँख में आंसू भरे, तुझे कुछ याद दिलाने बैठे हैं !<br /><br />Read more: http://satish-saxena.blogspot.com/#ixzz1turng2rKSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-61209138059189457822012-05-04T05:21:54.787+05:302012-05-04T05:21:54.787+05:30आपकी कविता पढ कर मराठी के प्रसिध्द कवि यशवंत जी की...आपकी कविता पढ कर मराठी के प्रसिध्द कवि यशवंत जी की आई कविता की याद आ रही है । <br />अंत में वे कहते हैं कि तुम भी फिर से जनम लो और मै तुम्हारे कोख से जन्मूं यही है मेरी आस ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-49653842153642822752012-05-03T18:37:23.747+05:302012-05-03T18:37:23.747+05:30पर मिलने की आस...
...अब भी बाकी है |
यह आस ही तो...पर मिलने की आस... <br />...अब भी बाकी है | <br />यह आस ही तो है जो विश्वास को बरकरार रखती है ..<br />बहुत सुन्दरM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-12135047183106682892012-05-03T16:43:48.411+05:302012-05-03T16:43:48.411+05:30आह ! अति सुन्दर रचना..आह ! अति सुन्दर रचना..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-726215856025384832012-05-03T15:02:05.934+05:302012-05-03T15:02:05.934+05:30माँ को याद करके जितना लिखा जाए ...उसे जितना याद कि...माँ को याद करके जितना लिखा जाए ...उसे जितना याद किया जाए वो कम हैं ...<br /><br /><br />रातों को तारों से ,दिन को धूल कणों से <br />कौन हैं जिससे नहीं सुनते माँ ,तेरे अफसाने हम|....अनुAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-68728263583098158262012-05-03T14:25:50.067+05:302012-05-03T14:25:50.067+05:30आज की हलचल से आपकी यह भावुक रचना पढ़ने का मौका मिल...आज की हलचल से आपकी यह भावुक रचना पढ़ने का मौका मिला.दिल से निकले शब्द से ही सबसे अच्छी कविता होती है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-52243369262379565642012-05-03T12:40:23.337+05:302012-05-03T12:40:23.337+05:30koi rishta sdaev hi sath nahin hota par mamta ka n...koi rishta sdaev hi sath nahin hota par mamta ka naata sdaev hi sajadon men saath hota hae .mere blog ki nai post par svagat hae .aapki bhavbhini post mejhe bhibhavuk kar gai .sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-39175390549630357422012-05-03T11:21:53.312+05:302012-05-03T11:21:53.312+05:30mann bhar aaya aapki kavita padh kar...saadarmann bhar aaya aapki kavita padh kar...saadarआशा बिष्टhttps://www.blogger.com/profile/09252016355406381145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-60181343907058653512012-05-03T10:37:59.132+05:302012-05-03T10:37:59.132+05:30भावमय करते शब्दों का संगम है यह अभिव्यक्ति ...
...भावमय करते शब्दों का संगम है यह अभिव्यक्ति ... <br />सादरसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-16577768682335632862012-05-03T09:01:54.746+05:302012-05-03T09:01:54.746+05:30जीवन में कई रिश्ते छूटते हैं...फिर नए बन जाते है...जीवन में कई रिश्ते छूटते हैं...फिर नए बन जाते हैं ..दोस्त हमदर्द सब मिल जाते हैं ...बस नहीं मिलती तो माँ नहीं मिलती .....वह जगह फिर कभी नहीं भरती ....!!!!Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-51861114769779394302012-05-03T05:37:34.020+05:302012-05-03T05:37:34.020+05:30मार्मिक अभिव्यक्ति.
अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आना.
स...मार्मिक अभिव्यक्ति.<br />अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आना.<br />सादर<br />मधुरेशMadhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-51250648233159373322012-05-02T23:11:05.318+05:302012-05-02T23:11:05.318+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 03 -05-2012 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> .... आज की नयी पुरानी हलचल में ....कल्पशून्य से अर्थवान हों शब्द हमारे .</a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-47216068749735866482011-07-05T15:06:33.061+05:302011-07-05T15:06:33.061+05:30सुभानाल्लाह ......!!
ये क्षणिकाएं मुझे भेज दीजिये...सुभानाल्लाह ......!!<br /><br />ये क्षणिकाएं मुझे भेज दीजिये ....<br />अपने परिचय और तस्वीर के साथ .....<br />सरस्वती सुमन पत्रिका के लिए ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-69363380113439171042011-06-28T12:09:31.970+05:302011-06-28T12:09:31.970+05:30आप 'अकेले' सब को भाव विभोर कर रहें है यार ...आप 'अकेले' सब को भाव विभोर कर रहें है यार चाचू.<br />आखिर दिल से निकली बातें दिल तक तो पहुंचेंगीं हीं.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-84422363392311420312011-06-28T11:45:17.752+05:302011-06-28T11:45:17.752+05:30@ योगेन्द्र मौदगिल जी ,
आप जैसे महान कहानीकार ,व्य...@ योगेन्द्र मौदगिल जी ,<br />आप जैसे महान कहानीकार ,व्यंगकार और लेखक ने ...मेरी माँ के प्रति ,मेरे एहसास महसूस किये <br />इसके लिए ...<br />आभार !<br />खुश रहे और स्वस्थ रहें !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-83151277084563216282011-06-27T12:27:51.542+05:302011-06-27T12:27:51.542+05:30wah akela ji, bhav-vibhore kar diya aapne...saadhu...wah akela ji, bhav-vibhore kar diya aapne...saadhuwaad....योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-4789622800067274592011-06-26T22:19:50.748+05:302011-06-26T22:19:50.748+05:30@ सुशील बाकलीवाल जी,
@ अरुण कुमार निगम जी,
मेरी म...@ सुशील बाकलीवाल जी,<br />@ अरुण कुमार निगम जी,<br /><br />मेरी माँ के प्रति ,आप ने मेरे एहसास महसूस किये |<br />उसके लिए मैं आप का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ |<br />आप के आगे नतमस्तक हूँ |<br />खुश रहें ,स्वस्थ रहें !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-74816121239975417292011-06-26T22:11:02.777+05:302011-06-26T22:11:02.777+05:30@ वीरू भाई जी,
@ ब्रिज मोहन श्रीवास्तवा जी,
@ नेहा...@ वीरू भाई जी,<br />@ ब्रिज मोहन श्रीवास्तवा जी,<br />@ नेहा जी, (नश्तरे-एहसास)<br />@ नीरज भाई,<br /><br />जिनको कभी देखा नही, पहचाना नही,अपने होशो-हवास में|<br />यहाँ तककि, किसी फोटो में भी नही ,क्योंकि फोटो है ही नही<br />उस माँ के प्रति ,आप सब नें मेरे एहसासों को महसूस किया<br />उसके लिए धन्यावाद! शब्द बहुत छोटा लगता है !!!<br />मैं आप सब के लिए ,खुश रहने और स्वस्थ रहने की कामना <br />करता हूँ | आप सब के सर पर माँ-बाप का आशीर्वाद हमेशा बना रहे|<br />स्नेह के साथ !<br />अशोक सलूजा !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-76176960722260347712011-06-26T22:03:31.213+05:302011-06-26T22:03:31.213+05:30@ डॉ. मोनिका जी ,
@ गुरु भाई सतीश जी ,
@ प्रवीण पा...@ डॉ. मोनिका जी ,<br />@ गुरु भाई सतीश जी ,<br />@ प्रवीण पांडेय जी, <br />@ अरुण चन्द्र राय जी,<br /><br />जिनको कभी देखा नही, पहचाना नही,अपने होशो-हवास में|<br />यहाँ तककि, किसी फोटो में भी नही ,क्योंकि फोटो है ही नही<br />उस माँ के प्रति ,आप सब नें मेरे एहसासों को महसूस किया<br />उसके लिए धन्यावाद! शब्द बहुत छोटा लगता है !!!<br />मैं आप सब के लिए ,खुश रहने और स्वस्थ रहने की कामना <br />करता हूँ | आप सब के सर पर माँ-बाप का आशीर्वाद हमेशा बना रहे|<br />स्नेह के साथ !<br />अशोक सलूजा !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-13488421720335355112011-06-25T19:14:53.326+05:302011-06-25T19:14:53.326+05:30बीज का अंकुरित होना, हवा का बहना, बारिश का होना , ...बीज का अंकुरित होना, हवा का बहना, बारिश का होना , फूलों का खिलना ,नदी का उद्गम , नक्षत्रों की गतिशीलता भला किसके प्रयास से संभव है. इन्ही की तरह कविता ,गीत ,ग़ज़ल बन जाते हैं , बनाये नहीं जाते. ये सब नैसर्गिक हैं.<br />गुलाब की पंखुरियों को बंद पलकों से छुआ कर देखिये.महक , नमी , कोमलता का अहसास होगा. नकली फूलों में यह जीवन सत्व कहाँ से आएगा.मन से निकली कविता और कागज पर लिखी कविता में यह अंतर सहज ही पता चल जाता है.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-81750658734605549112011-06-24T23:13:01.365+05:302011-06-24T23:13:01.365+05:30आपके आशीर्वाद के लिए आपको आभार व्यक्त करती हूँ:)
...आपके आशीर्वाद के लिए आपको आभार व्यक्त करती हूँ:)<br /><br />आपके प्रोत्साहन के लिए शुक्रिया.नश्तरे एहसास .........https://www.blogger.com/profile/12413478447349797313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-70111247169255507292011-06-24T18:56:58.174+05:302011-06-24T18:56:58.174+05:30दादा भाई,
बहुत भावभीनी कविता लिखी है ये आपने. आभा...दादा भाई,<br />बहुत भावभीनी कविता लिखी है ये आपने. आभार...<br />नजरिया ब्लाग पर आपके द्वारा मांगा गया मेरा ई-मेल आई डी देरी से दे पा रहा हूँ । उम्मीद है क्षमा करेंगे । आपकी एक मेल शुरु में मेरे पास आने के कारण दरअसल मैं समझ रहा था कि आपके पास वो आई डी सुरक्षित रहा होगा । लीजिये फिर से लिख रहा हूँ...<br />sushil28bakliwal@gmail.comSushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-87467911816297855602011-06-24T18:10:23.617+05:302011-06-24T18:10:23.617+05:30पूत कपूत सुने हैं लेकिन माता हुईं सुमाता !ब्रज भूष...पूत कपूत सुने हैं लेकिन माता हुईं सुमाता !ब्रज भूषन जी सही कह रहें हैं .और यह भी सही है आनुवंशिकी के हिसाब से -माँ पर पूत पिता पर घोड़ा ,बहुत नहीं तो थोडं थोड़ा ।<br />और आखिर में अशोक अकेला जी के लिए एक व्यक्तिगत हिदायत -<br />मोहब्बत की राहों में चलना संभल के ,<br />यहाँ जो भी आया गया हाथ मलके .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-19041786690046068572011-06-24T17:13:46.659+05:302011-06-24T17:13:46.659+05:30जब तक आस है तब तक सांस है अशोक जी...इन बेहतरीन रचन...जब तक आस है तब तक सांस है अशोक जी...इन बेहतरीन रचनाओं के लिए बधाई स्वीकारें<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8188293859921532269.post-83879973058131131172011-06-24T14:03:31.439+05:302011-06-24T14:03:31.439+05:30अश्कों को रोक न सकी.......दिल छु गयी आपकी कविता!अश्कों को रोक न सकी.......दिल छु गयी आपकी कविता!नश्तरे एहसास .........https://www.blogger.com/profile/12413478447349797313noreply@blogger.com