Sunday, January 08, 2012

तुम्हे याद आयेंगें हम,ये याद रखना....


यादें ....याद आने की.....
आज मैं आप को अपनी यादों के झरोखे से एक बेहतरीन नगमा
सुनवा रहा हूँ ,जिसको अपनी मीठी आवाज़ में ,राजस्थान के दो
भाइयों ने अपनी जादू भरी मोहक आवाज में अपनी जुगल-बंदी से
सजाया और सवांरा है ....
मेरे तो, ये दिल को छूता है ....उम्मीद है आप का भी दिल इसे
सुन कर सुकून और खुशी हासिल करेगा...

".भुलाई न जा सकेंगी ये बातें, 
तुम्हे याद आयेंगें हम,ये याद रखना"॥
--अज्ञात 


ए सनम तुझे से मैं, जब दूर चला जाऊंगा 
याद रखना के तुझे ,याद बहुत आऊंगा 

ये मिलन और ये हसीन ,रात न जाने कब हों 
आज के बाद मुलाकात, न जाने  कब हो 
अब तेरे शहर, मुसाफिर की तरह आऊंगा 
ए सनम ..........

चाँद के अक्स में ,सूरज की हसीन किरणों में 
झील के आइने में, बहते हुए झरनों में 
इन नजारों में तुझे, मैं ही नजर आऊंगा
ए सनम ......

याद जब आएगी वो ,पहली मुलाकात तुझे 
और महोब्बत के फसाने की, हर इक बात तुझे 
तेरे ख्वाबों में ख्यालों में ,चला आऊंगा 

ए सनम.......

तुझ को इस गीत का, हर शे'र करेगा बेकल 
मेरी याद आएगी जब भी, तुझे ए जाने गजल 
नगमा बन बन के ,ख्यालात पे छा जाऊँगा
ए सनम तुझ से मैं, जब दूर चला जाऊंगा 
याद रखना के तुझे, याद बहुत आऊंगा ||

गुलूकार: उस्ताद अहमद हुसैन
उस्ताद महोम्मद हुसैन ....










22 comments:

  1. वाह , अशोक जी ।
    बहुत सुरीला नगमा सुनाया है ।
    आनंद आ गया । शुक्रिया ।

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  2. यार चाचू आप भी यादों के समंदर
    में डूब कर सभी को डुबो रहे हैं.

    बेहतरीन नगमा,शानदार आवाज सुन्दर भाव और अनुपम संगीत.

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  3. वाह! आनंद आ गया सर...
    सादर आभार.

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  4. भुलाई नहीं जा सकेगी यह बातें
    बहुत याद आयेंगे हम याद रखना !

    आभार याद दिलाने को भाई जी !

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  5. सुन्दर प्रस्तुति .

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  6. बहुत याद आयेंगे हम याद रखना

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  7. बहुत सुन्दर सलूजा साहब !

    एक पुराने गीत के बोल याद आ रहे है ;

    ऐसे वीराने में इक दिन घुट के मर जायेंगे हम ,

    जितना जे चाहे पुकारो, फिर नहीं आंयेंगे हम, ये मेरा ............

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    Replies
    1. भाई जी ,ये यहूदी का नगमा है ,जिसे आवाज़ दी है ...मुकेश जी ने ...
      मुकेश जी अपनी आवाज़ के साथ हमेशा अमर हैं......

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  8. बहुत बढ़िया सर ।
    मेरी रचना भी देखें ।
    मेरी कविता:मुस्कुराहट तेरी

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  9. हुसैन बंधू मेरे भी सबसे पसंदीदा गायकों में एक हैं ... इनकी गई हर गज़ल हर गीत अच्छे लगते हैं ...

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  10. सुन्दर प्रस्तुति अशोक भाई .ब्लॉग पे टिपण्णी और स्पेम छुड़ाई के लिए शुक्रिया .

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  11. बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

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  12. तुझ को इस गीत का, हर शे'र करेगा बेकल
    मेरी याद आएगी जब भी, तुझे ए जाने गजल
    बहुत खूब

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  13. आप सब को इस नगमे को सुन कर आनंद आया और मुझे अपनी पसंद
    आप को सुना कर आनंद आया |
    आप सब का शुक्रिया ....

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  14. बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएं...

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मैं आपके दिए स्नेह का शुक्रगुज़ार हूँ !
आप सब खुश और स्वस्थ रहें ........

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