अकेलेपन में चारो तरफ, सन्नाटा है ,खामोशियाँ है
साथ देने को सिर्फ, अपनों की एहसां-फ़रामोशियां हैं .....
--अशोक'अकेला'
वकत के साथ क्या.... नही बदलता???
वक्त के साथ इंसान बदल जाता है
वक्त के साथ ईमान बदल जाता है,
वक्त के साथ शैतान बदल जाता है
वक्त के साथ भगवान बदल जाता है....
वक्त के साथ सोच बदल जाती है
वक्त के साथ विचार बदल जाता है ,
वक्त के साथ समाज बदल जाता है
वक्त के साथ अंदाज़ बदल जाता है....
वक्त के साथ अपने बदल जाते हैं
वक्त के साथ पराये बदल जाते है,
वक्त के साथ रिश्ते बदल जाते हैं
वक्त के साथ चेहरे बदल जाते हैं ....
वक्त के साथ मकान बदल जाता है
वक्त के साथ बयाँ बदल जाता है,
वक्त के साथ मौसम बदल जाता है
वक्त के साथ आसमां बदल जाता है....
वक्त के साथ औकात बदल जाती है
वक्त के साथ औलाद बदल जाती है,
वक्त के साथ वर्तमान बदल जाता है
वक्त के साथ भविष्य बदल जाता है.......
पर..वक्त के साथ अतीत नही बदलता ??
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अशोक'अकेला' |