आजकल अपने वतन से दूर ....और अपनी छोटी बेटी के
बहुत पास टोरंटो (केनाडा) में श्रीमती जी के साथ ,और अपनी
दोनों नातिन के संग समय बहुत अच्छा कट रहा है ........!!!
पर फिर भी बाकी समय तो ........|
मुझे तो बीती यादों से दिल बहलाना है .... !!!
खुशीयों से नही अदावत मेरी
बस ग़मों से रिश्ता पुराना है
आज मुस्कराहट है मेरे चेहरे पर
कि आज फिर मौसम सुहाना है
उदास हो जाता हूँ ,जब कभी
याद आता वो वक्त पुराना है
जब भी याद आ जाते हैं वो
याद आता वो गुज़रा जमाना है
अब कुछ भी रहा मेरे पास नही
बस बीती यादों का वो खज़ाना है
हिम्मत नही किसी से कुछ कहने की
देख-सुन कर अब सिर्फ मुस्कराना है
भले नश्तर चुबोयें वो मेरे दिल को आज
मुझे तो बीती यादों से दिल बहलाना है ....
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आप सब बहुत खुश और स्वस्थ रहें |
शुभकामनायें!
अशोक सलूजा |
हृदयस्पर्शी भाव ...!!बहुत सुन्दर ....!!
ReplyDeleteआपने लिखा....हमने पढ़ा
ReplyDeleteऔर भी पढ़ें;
इसलिए आज 23/05/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक है http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर (यशोदा अग्रवाल जी की प्रस्तुति में)
आप भी देख लीजिए एक नज़र ....
धन्यवाद!
बहुत-बहुत शुक्रिया यशवन्त जी ....
Deleteयात्रा और प्रवास की ढेरों शुभकामनायें।
ReplyDeleteआभार प्रवीण जी ...
Deleteबघुत ही सुन्दर भावमयी रचना,आभार आदरणीय.प्रवास आपका सुखमय हो.
ReplyDeleteशुक्रिया राजेन्द्र जी .....
Deleteखुश रहें!
Enjoy yourself Sir. Have a nice trip/ "Bon voyage" !
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया गोदियाल भाई जी ...
Deleteswasth rahen ..
भावमय करते शब्द एवं प्रस्तुति ...
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना,,,
ReplyDeleteRecent post: जनता सबक सिखायेगी...
जय हो!!! बहुत ही भावुक कर देने वाली रचना | आभार
ReplyDeleteसर हमारी टिप्पणी शायद स्पैम में चली गयी है...
ReplyDeleteअनीता जी .टिप्पणी की शिकायत आपके सामने है ...स्पैम में अभी तो कहें कुछ नही .,,आपके शब्दों में आप की शुभकामनायें मुझे मिल गई है ...
Deleteआभार !
आज मुस्कराहट है मेरे चेहरे पर
ReplyDeleteकि आज फिर मौसम सुहाना है...बहुत सुंदर गजल..;
आज मुस्कराहट है मेरे चेहरे पर
ReplyDeleteकि आज फिर मौसम सुहाना है ..
आप हमेशा ही ऐसे मुस्कुराते रहें ... खुश रहें ... जिंदगी भरपूर जियें ...
साआनंद रहें ... शुभकामनाओं सहित ...
दिगम्बर जी ..आपके स्नेह और शुभकामनाओं का मैं दिल से आभारी हूँ .
Deleteखुश और स्वस्थ रहें !
क्या बात है, बहुत सुंदर
ReplyDeleteयूं ही चेहरे की मुस्कुराहट बनी रहे।
मेरे TV स्टेशन ब्लाग पर देखें । मीडिया : सरकार के खिलाफ हल्ला बोल !
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/05/blog-post_22.html?showComment=1369302547005#c4231955265852032842
बच्चों के साथ सुखमय समय बिताएं....
ReplyDeleteसुन्दर रचना के लिए बधाई...
सादर
अनु
बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति.
ReplyDeleteवाह वाह जी। सी एन टावर की ऊंचाई को देखिये , साथ में लेक की गहराई को , फिर नायग्रा जाकर ऊँचाई और गहराई दोनों देखिये, आनंद आ जायेगा।
ReplyDeleteजरुर डाक्टर साहब जी ..बहुत शुक्रिया आपका !
Deleteसुन्दर रचना..बच्चों के साथ से बढ़ कर और क्या हो सकता है ?..्शुभकामनाएं हमेशा खुश रहिए..
ReplyDeleteबहुत आभार आपका जी .,,,,,,,,
Deleteआभार शास्त्री जी .....
ReplyDeleteआपका प्रवास आनंद दायी रहे. यादें किसका पीछा छोडती हैं? बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
ताऊ भाई जी .....शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया ....
Deleteबस ऐसे ही खुशियाँ बांटते रहें !
यात्रा का आपका आनन्द अधिकाधिक आनन्दमयी हो । मंगलकामनाएँ...
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया बाकलीवाल जी .....
Deleteसच में यादें जिन्दगी को कितना सुहाना बना देती है
ReplyDeleteसादर आभार!
सोच वही ,संस्कार वही ,
वही मानसिकता लिए चले लाए
इस नई डाल पर,
लादे अपनी राम-कथा गठरी .
*
कब तक धरें सेंतें ,
रात से पहले मिल बैठें
खोल कर चीज-बस्त बाँट लें.
हल्के हो जाएँ
यों ही हँस-बोल कर!!
बहुत बढ़िया,सुखमय समय बिताएं!
ReplyDeletelatest post: बादल तू जल्दी आना रे!
latest postअनुभूति : विविधा
आभार श्रीमान जी .....
Deleteखुशीयों से नही अदावत मेरी
ReplyDeleteबस ग़मों से रिश्ता पुराना है
पुराने रिश्ते टूटते नहीं फिर भी नए मौसम में खुशियाँ मिलें और आप भी खुशियाँ बांटें ....
आभार आपका जी ...
Deleteस्वस्थ रहें!
खूबसूरत यादों के साथ ...आप भी हमेशा खुश रहें
ReplyDeleteआभार अंजू जी .......
Deleteखुश रहें!
बिटिया के पास पंहुचने कि बधाई स्वीकारें और आनंद लें भाई जी !
ReplyDeleteमंगल कामनाएं !
आभार भाई जी ....
Deleteशुभकामनायें!
यह प्रवास बहुत आनन्ददाई रहे. बच्चों के साथ तो समय कब कट जाता है पता ही नहीं चलता.
ReplyDeleteआप का बहुत-बहुत आभार रचना जी ...ठीक कह रही हैं आप !
ReplyDeleteस्वस्थ रहें!
ooooooo to aap beti ke paas hain wah! veerji! aapke paas net hai. blog writing ka kaam hai aur dekh saare gano ka khajana hai ...............hmare liye ye sb hain.....hmari ek duniya hai yh.
ReplyDeleteapne swath'y ka dhyan rkhiyega. abhi kahaan hain aap?? aaj aapki kvitayen bhi pdhi aur articles bhi. dekh lijiye aap kahaan hain maine pta lga hi liya ha ha ha aisiiich hun main to :)
बीती यादों से दामन अब हमको छुड़ाना है ,
ReplyDeleteहिसाब किताब चुकता ,बेशक पुराना है ,
वापस अब कुछ नहीं आना है ,
काहे भूत से चिपकना ,वर्तमान में आना है ,
चलो वापस अब परम धाम जाना है .
बाँध लो बिस्तर कभी भी चले जाना है .
ॐ शान्ति
४ ३ ३ ० ९ ,सिल्वरवुड ड्राइव ,
कैंटन (मिशिगन ) ४ ८ १ ८ ८
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