अक्सर पूछते हैं वो दूसरों से
कि क्यों... मैं उदास रहता हूँ
क्यों... रहते हैं गुप-चुप से वो
जब भी कभी, मैं उनके पास रहता हूँ ....
--अकेला
अच्छा-बुरा जैसा भी है... मेरा ही दिल है !!!
मेरे दिल ने, मुझ को क्या दिया
भावुक बना... तन्हा छोड़ दिया
जिस दिल ने किया, बर्बाद मुझे
लो आज मैंने भी, उसे तोड़ दिया
न छोड़ा मुझे, कहीं का भी इसने
लो मैंने.. आज इसको छोड़ दिया
ये मेरा होकर भी, मेरा न हुआ कभी
जहाँ चाह इसने,अपना नाता जोड़ लिया
टूटा-फूटा जब रहा न, किसी काम का
फिर रुख अपना,मेरी तरफ मोड़ लिया
अच्छा-बुरा जैसा भी है, मेरा ही दिल है
आखिर फिर, मैंने इसे अपनी गोद लिया
न जाऊंगा अब, कभी तुझको छोड़ 'अकेला'
अब सबसे मैंने, अपना नाता तोड़ लिया..!!!
|
---|
अशोक'अकेला' |
आपकी कविता की सुंदर पंक्ति ये मेरा होकर भी मेरा न हुआ कभी गुलजार साहब की इश्किया फिल्म की पंक्ति की याद दिलाती है किसको पता था पहलू में रखा दिल इतना पाजी होगा, हम तो सोचे थे हम जैसा ही हाजी होगा लेकिन ऊपर की चार लाइनें मुझे सबसे अच्छी लगी, दोनों की सतह में प्रगट हो रही खामोशियाँ अंदर की कितनी सारी हलचलों का एहसास दे रही हैं।
ReplyDeleteदिल के लिए हलचल का होना जरूरी है .....
Deleteशुक्रिया!
कोमल भाव लिए हृदयस्पर्शी रचना...
ReplyDeleteलाजवाब...
बेहतरीन....
:-)
रीना जी ...
Deleteखुश रहें!
वाह ! ये दिल ये पागल , दिल मेरा --
ReplyDeleteअति सुन्दर .
आखिर दिल ही तो है .....
Deleteआशिकी में हर आशिक हो जाता है मजबूर ,इसमें दिल का क्या कसूर।
ReplyDeleteइतने मायूस ना हों जनाब , दिल की कैफ़ियात तो बदलती ही रहती है। कभी इसे दूसरों की ख़ुशी में भी बड़ी ख़ुशी मिल जाती है।
आमिर, शायद आपका कहना ही सही हो ......
Deleteटूटा-फूटा जब रहा न, किसी काम का
ReplyDeleteफिर रुख अपना,मेरी तरफ मोड़ लिया ..
बहुत खूब ... ये दिल ये पागल दिल मेरा .. क्यों बुझ गया ...
दिल तो है दिल ... दिल का ऐतबार क्या कीजे ...
अच्छा-बुरा जैसा भी है... मेरा ही दिल है !!!
Deleteहाँ जी! ये दिल ही तो है
ReplyDeleteजी अंजू जी ...
Deleteआखिर ये दिल ही तो है ....
ये मेरा होकर भी, मेरा न हुआ कभी
ReplyDeleteजहाँ चाह इसने,अपना नाता जोड़ लिया
...वाह!यह दिल भी क्या क्या चीज है...
आभार शर्मा जी ....
Deleteआपके यहाँ जब भी आता हूँ कभी निराशा हाथ नहीं लगती है हमेशा कुछ ना कुछ बेहतरीन पढ़ने को मिलता है।
ReplyDeleteजाट भाई ... खुश रहें !
Deleteशानदार लेखन, बधाई !!!
ReplyDeleteन जाऊंगा अब, कभी तुझको छोड़ 'अकेला'
ReplyDeleteअब सबसे मैंने, अपना नाता तोड़ लिया..
बहुत शानदार प्रस्तुति,,,अशोक जी,बधाई
recent post : समाधान समस्याओं का,
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (24-12-2012) के चर्चा मंच-११०३ (अगले बलात्कार की प्रतीक्षा) पर भी होगी!
सूचनार्थ...!
अजी जब नाता टूट जाएगा ,चर्चा भी न होगा ,सरे आम उसका .शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .हमारी धरोहर है आपकी ताज़ा टिपण्णी .
ReplyDeleteये मेरा होकर भी, मेरा न हुआ कभी
ReplyDeleteजहाँ चाह इसने,अपना नाता जोड़ लिया
टूटा-फूटा जब रहा न, किसी काम का
फिर रुख अपना,मेरी तरफ मोड़ लिया
बिल्कुल सच ... बहुत ही अच्छी प्रस्तुति
सादर
जैसा भी है, धड़कता तो आपके लिये ही है।
ReplyDeleteये दिल...न जाने धड़कता क्यूँ है
ReplyDeleteकोई पास हो या कि ना पास हो ...ये दिल..
शानदार ग़ज़ल....नाता टूट गया फिर जय शिकवा हो किसी को...
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteशायद इसे पसन्द करें-
कवि तुम बाज़ी मार ले गये!
मेरे दिल ने, मुझ को क्या दिया
भावुक बना... तन्हा छोड़ दिया
ये मेरा होकर भी, मेरा न हुआ कभी
जहाँ चाहा इसने,अपना नाता जोड़ लिया
बात तो गलत ही है ...
जिस दिल ने किया, बर्बाद मुझे
लो आज मैंने भी, उसे तोड़ दिया
न छोड़ा मुझे, कहीं का भी इसने
लो मैंने.. आज इसको छोड़ दिया
जैसे को तैसा
ले... अब आया न मज़ा ?
:)
वाऽह ! क्या बात है !
आदरणीय चाचू अशोक'अकेला' जी
मस्त लिखा है ...
भावों का दरिया बहने दें ... ऐसे ही ...
मस्त रहें मस्ती में ~ आग लगे बस्ती में
नव वर्ष अब समीप ही है ...
अग्रिम शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत खूब ..
ReplyDeleteबाऊ जी
ReplyDeleteनमस्ते
दिल की बातें दिल ही जाने , और न जाने कोई
अपना आशीष दीजिये मेरी नयी पोस्ट
मिली नई राह !!
दिल ने भले ही आपको तन्हा बनाया हो पर आपने दिल को तन्हा नहीं रहने दिया ... खूबसूरत प्रस्तुति
ReplyDeleteआभार यशोदा जी .....
ReplyDelete@झा साहब जी, भदोरिया जी ,शास्त्री जी , वीरू भाई जी ,सदा जी ,पाण्डेय जी ...
ReplyDeleteआप सब के स्नेह के लिए दिल से आभार !
@अर्चना जी,गाफ़िल जी, राजेन्द्र जी,सुमन जी,
बहुत-बहुत आभार आपका |
@ उड़ता पंछी ...आप की उड़ान सदा ऊँची रहे |
@संगीता जी , आप के स्नेह का आभार |
السفير المثالي للتنظيف ومكافحة الحشرات بالمنطقة الشرقية
ReplyDeletehttps://almthaly-dammam.com
واحة الخليج لنقل العفش بمكة وجدة ورابغ والطائف
https://jeddah-moving.com
التنظيف المثالي لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بجازان
https://cleaning6.com
ركن الضحى لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بجازان
https://www.rokneldoha.com
الاكمل كلين لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بالرياض
https://www.alakml.com
النخيل لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بحائل
http://alnakheelservice.com
perde modelleri
ReplyDeletesms onay
Türk Telekom Mobil Ödeme Bozdurma
Nft Nasil Alinir
ankara evden eve nakliyat
TRAFİK SİGORTASİ
dedektör
web sitesi kurma
Ask Kitaplari
Good content. You write beautiful things.
ReplyDeletehacklink
taksi
sportsbet
korsan taksi
mrbahis
vbet
hacklink
mrbahis
sportsbet
betturkey giriş
ReplyDeletebetpark giriş
MKSN
demre
ReplyDeletedüzce
esenler
kütahya
sarıyer
SC0ZTZ