Thursday, March 29, 2012

यादेँ....यादेँ..... बस यादेँ ही यादेँ !!!

यादेँ ......!!!
एक अकेला सा शब्द 
एक बेचारा सा शब्द 
अपने में दुनिया समेटे 
दुखों-सुखों  का संसार समेटे 
अकेलेपन का सहारा सा शब्द ,

एक गुज़रा ,भूला सा वक्त 
एक तन्हा सा शब्द 
दिमाग के किसी कोने में 
एक यतीम सा छोड़ा हुआ
एक 'अकेला'बेसहारा सा शब्द ||



न रहा है ,न रहेगा 
कुछ भी पास तेरे 

भूली-बिसरी यादेँ ही 
रह जाएँगी पास तेरे 

तू किस बात पे भरमाया है 
बस ये यादेँ ही तेरा सरमाया है ||
अशोक..अकेला..



30 comments:

  1. शानदार- भावपूर्ण!!

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  2. तू किस बात पे भरमाया है
    बस ये यादेँ ही तेरा सरमाया है ||

    Bahut Sunder...

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  3. शब्द अकेला है पर जीवन के सारे बीते अध्याय समेटे है।

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  4. बहुत खूब सलूजा साहब !
    कर रहा हूँ कबसे तय अकेला, दश्त का वीरान सफ़र,
    इक तेरी याद न होती तो साथ का भी अहसास न होता !

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  5. यादों का सफ़र कभी न रुके... अनवरत चले!
    सादर!

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  6. हँसी रुदन शर्माना इठलाना .... सबकुछ इन्हीं यादों में है

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  7. यादों का सिलसिला यूँ ही चलता रहे ..आभार

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  8. भूली-बिसरी यादेँ ही
    रह जाएँगी पास तेरे

    तू किस बात पे भरमाया है
    बस ये यादेँ ही तेरा सरमाया है ||
    प्रभुजी तुम चन्दन हम पानी ,
    प्रभुजी तुम दिग्विजय(चाणक्य ).. हम राहुल (मंद मति ) ,

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  9. भूली बिसरी यादें लेकर ,याद सुहाने बचपन की ,
    रात बिरात चली आतीं हैं ,नींद चुराने नैनं की ,
    अब कह दूँगी ,करते करते कितने सावन बीत गए ,
    जाने कब इन आँखों का शर्माना जाएगा ,
    दीवाना सैंकड़ों में पहचाना जाएगा ....

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  10. भूली हुई यादों मुझे इतना न सताओ ,
    अब चैन से रहने दो ,मेरे पास न आओ ...

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  11. प्रभुजी तुम चन्दन हम पानी ,
    प्रभुजी तुम दिग्विजय(चाणक्य ).. हम राहुल (मंद मति ) ,

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  12. यादें.....जब कुछ नहीं तब ये ही तो हैं....

    सुन्दर रचना...
    सादर.

    अनु

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  13. यादों की अक्षय निधि...

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  14. यादों का कांरवा धड़कनों के साथ आगे बढ़ता रहता है ... हर पल

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  15. सत्य वचन । यादों के सहारे भी जिंदगी अच्छी गुजर जाती है ।

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  16. ये यादें ही है जो हमें जिन्दा होने का अहसास कराती है

    शानदार प्रस्तुति

    आभार

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  17. यादें एहसास कराती हैं कि हम जिंदा हैं ... बहुत अच्छी और गहन बात

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  18. yaaden hi to sabse pyare nagmen haen jo sdaev hi ham gungunate haen.sundar rachna hae sirji aapke vichar mere blog par aamantrit haen sdaev .

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  19. यादों ने साथ निभायाहै ,

    थोड़ा थोड़ा भरमायाहै ,यादों का फिर भी साया है ,

    जो खोया वो पछताया है ,

    यादों को दोष लगाया है .

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  20. यादों कि गहन अनुभूतियाँ ....बहुत खूबसूरत रचना बन पड़ी है ...!!
    बधाई एवं शुभकामनायें ...

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    Replies
    1. अनुपमा जी,
      इस मान-सम्मान का बहुत-बहुत आभार !

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  21. सर ...आपकी 'यादें' बेहद पसंद आई। जो कुछ भी आपने कहना चाहा ..उससे सहमत हूं। आपको श्रीरामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं/ मंगलकामनाएं!

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  22. न रहा है ,न रहेगा
    कुछ भी पास तेरे

    भूली-बिसरी यादेँ ही
    रह जाएँगी पास तेरे

    अगर यादें न हों तो दुनिया कितनी वीरान लगेगी !!

    एक अच्छी कविता।

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  23. यादों के ताने बाने से बुनी .. यादों के झरोखे पे बैठ के लिखी ... यादों का गहरा एहसास लिए ... यादगार शब्द ...

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  24. yaaden hi jeene ka sabab ban jaati hain man me umadte bhaavon ko bakhoobi likha hai bahut sundar.

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  25. दुआ है ये यादें हमेशा आपके साथ रहे ......

    यूँ न लिखा कीजिये .....

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    Replies
    1. दिल के टुकड़े यूँ ही सजाए जाते हैं
      यादों के दिए ,बस यूँ ही जलाये जाते है ||

      खुश रहें !
      आभार!

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  26. बहुत भावपूर्ण रचना ... ये यादें न हो तो जीना दूभर हो जाये ... मरी दुआ है की आप ज़िन्दगी में और भी बहुत सारी प्यारी प्यारी यादें बनाते जाएँ ...

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  27. आप सब के प्यार और स्नेह के लिए ...
    बहुत-बहुत आभार!
    आप सब खुश और स्वस्थ रहें!

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मैं आपके दिए स्नेह का शुक्रगुज़ार हूँ !
आप सब खुश और स्वस्थ रहें ........

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