Wednesday, July 27, 2011

नज़र मुझसे, मिलाती हो ...तो तुम,शरमा सी जाती हो ...

इसी को, प्यार कहते हैं ...इसी को प्यार कहते हैं !

"मेरी यादों ने, आज फिर मुझ पे, अपना रंग जमाया है ,
मेरे अतीत ने, मुझको वापस, अपनी गोद में बुलाया है" |  अशोक 'अकेला'
 ... चलें! आज में फिर  आप को "सावन के महीने" में, प्यार से 
भरपूर एक अपनी मनपसंद 'ग़ज़ल'  आप की नज़र करता हूँ |
पूरी उम्मीद रखता हूँ ,कि आप भी इसका भरपूर लुत्‍फ़ उठायेंगें |
प्यार की  कोई परिभाषा नही होती  ,प्यार किसी भी रूप में मिले ,वो 
आनंद देता है ,बस उसी आनंद को प्यार कहते हैं ...

फिर वो चाहे माँ,बहन ,बेटी, बीवी प्रियसी या दोस्त का हो ....
बस लेने-देने की भावना सच्ची ,पवित्र और विश्वास पे आधारित 
होनी चाहिए ...

यहाँ सुनिए राजस्थान के हुसैन बंधू अपनी मीठी और जादू भरी 
आवाज़ में प्यार का कैसा समां बांध रहे हैं ....

बस! सिर्फ इसी को प्यार कहते हैं ...












15 comments:

  1. बहुत सुन्दर गीत यार चाचू.
    आभार.
    मेरे ब्लॉग पर आपके दर्शन में
    मुझे आपका प्यार नजर आता है.

    ReplyDelete
  2. बेहतरीन गीत सुनवाया आभार.....

    ReplyDelete
  3. अशोक भाई का ज़वाब नहीं -छिपाने से नहीं छुपता है प्यार ....नजर मुझसे मिलाती हो तो कुछ शर्मा सी जाती हो इसी को प्यार कहतें हैं .....हुसैन बंधुओं को नए अंदाज़ में देखा .शुक्रिया ......खूबसूरत अश- आर और बंदिश ....शुक्रिया .

    ReplyDelete
  4. बहुत सुन्दर गीत । सावन के महीने में और भी प्यारा लग रहा है ।

    ReplyDelete
  5. बहुत सुन्दर और शानदार प्रस्तुति!

    ReplyDelete
  6. वाह ...बहुत ही बढि़या प्रस्‍तुति ... आभार ।

    ReplyDelete
  7. वाह ...बहुत ही बढि़या प्रस्‍तुति
    आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें
    लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
    अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।

    ReplyDelete
  8. हुसैन बंधु की गायकी का जवाब नहीं.....सुनवाने के लिए आभार.....

    ReplyDelete
  9. बहुत ही प्यारा गीत है सलूजा जी ....
    आप तो इसी तरह अपना गम हल्का कर लेते हो ...
    कभी सावन तो कभी भादो .....
    शुक्रिया सुनवाने के लिए ....
    अब तबियत कैसी है .....?

    ReplyDelete
  10. बेहतरीन गीत सुनवाया....

    ReplyDelete
  11. Reading this kind of article is worthy .It was easy to understand and well presented.

    ReplyDelete

मैं आपके दिए स्नेह का शुक्रगुज़ार हूँ !
आप सब खुश और स्वस्थ रहें ........

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...