कैसे भूल जाऊं तेरी यादो को,
जिन्हे याद करने से तू याद आए॥
Friday, April 08, 2011
किसी की मुस्कराहटो पे हो निसार ...
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार ...... अन्ना की तरफ से .....हम सब भारतवासियों को .... जो बयां के बाहर है ... सुनियें और एहसास के साथ बस मेहसूस कीजिये!!!!!!!!!
तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है अशोक
ReplyDeleteजी - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार
बिगुल बज चुका है
ReplyDeleteअब भ्रष्टाचारी जान बचाकर भागते नजर आयेगंे
जीना इसी का नाम है !
ReplyDeleteअन्ना ही जीतेंगे ...शुभकामनायें !!
ReplyDelete'किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार
ReplyDeleteकिसीका दर्द मिल सके तो ले उधार '
वाह! क्या कहने यार चाचू,महसूस करा ही दिया आपने.
सही हो!!
ReplyDeleteसही कहा जी।
ReplyDelete---------
प्रेम रस की तलाश में...।
….कौन ज्यादा खतरनाक है ?
बहुत सार्थक सन्देश !
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
Thanks for this meaning and beautiful song...Regards,
ReplyDeletemeaningful *
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