कैसे भूल जाऊं तेरी यादो को, जिन्हे याद करने से तू याद आए॥
सटीक व्यंग। शुभकामनायें।
आपकी भैंस पानी से जल्दी निकल आये ! शुभकामनायें आपको !
चित्र से लगता है, भैंस स्नान-आनंदित है.
गई भैंस.
यार चाचू,जिसकी लाठी उसी की भैंस,तो फिर ले लो लाठी अपने हाथ में,भैंस भी फिर साथ साथ चलेगी.
ज्यादा जल्दी चली गई...रोकिये..१५ अगस्त तक तो कम से कम!!
बहुत सुन्दर -- धन्यवाद
बहुत खूब रचना। आभार
मैं आपके दिए स्नेह का शुक्रगुज़ार हूँ !आप सब खुश और स्वस्थ रहें ........
सटीक व्यंग। शुभकामनायें।
ReplyDeleteआपकी भैंस पानी से जल्दी निकल आये ! शुभकामनायें आपको !
ReplyDeleteचित्र से लगता है, भैंस स्नान-आनंदित है.
ReplyDeleteगई भैंस.
ReplyDeleteयार चाचू,जिसकी लाठी उसी की भैंस,तो फिर ले लो लाठी अपने हाथ में,भैंस भी फिर साथ साथ चलेगी.
ReplyDeleteज्यादा जल्दी चली गई...रोकिये..१५ अगस्त तक तो कम से कम!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर -- धन्यवाद
ReplyDeleteबहुत खूब रचना। आभार
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