होली में ,प्यार के रंगों पे
न कोई पाबन्दी है
न शायर हूँ ,न ये शायरी है
बस होली पे, ये तुकबंदी है ||
आज चारों और मचा इक शोर है
यहाँ के ब्लागेर्स मैं बड़ा जोर है
सलाह देते हैं अपने ब्लाग पे आने की
न पहुंचे ,खबर लगती है ,बुरा मान जाने की
क्यों हुआ नाराज़ ये सबसे
कुछ कहा न जाये हमसे
आ गये हम जिस जहां से निकल के
आते रपट गये ,गिर गये यहाँ फिसल के ||
यहाँ भी तो मचा इक शोर है
टिप्पणी की चर्चा पे बड़ा जोर है
गुरु भाई अपने गीत मैं करते शिकायत
न करते किसी पे भी कोई रियायत
एक और हमारे मैं ऊँची सी हस्ती है
जिसके हर लेख मैं मिर्ची सी बस्ती है
बात हो गर सच्ची ,तो वो फिर लगती है ||
बात हो गर सच्ची ,तो वो फिर लगती है ||
चुपके से ,पीछे कोई आता है
सब की टांग,खींच ले जाता है
न चेहरा अपना दिखलाता है
बस राम-राम कर जाता है
महा-पुरष यहाँ ऐसे है
जो शब्दों का जाल बनाते है
अपने नजरिये से फिर ,पाठकों को
हकीकत की दुनिया से
सपनों की सैर कराते है ||
लगता ,कुछ रह गया जो जरूरी है
ओह!यहाँ टिप्पणी बड़ी जरूरी है
हाय!ये कैसी मजबूरी है
हम को मिले क्यों अधूरी
क्यों उसको मिलती पूरी है ||
सब के उपर गुरु-महाराज पाबला जी
हम सब को बना के रखा बावला जी
मेरे लेखो का स्वाद चखिए
कृपया दुरी से स्नेह बनाये रखिये ||
न करना शिकायत कोई मुझ से
भेजा अपने पास नही ,इक दिल को बचा के रखा है
पर करे शिकायत क्यों कर मुझ से
ये तो पहले ही मेने
सब को बता के रखा है ||
बस:..सर मेरा चकरा गया
लगता...भांग का नशा छा गया
लगता...भांग का नशा छा गया
अब हो गई जरूरी
नींद की झोली है ...बुरा न मानो होली है ...
भाई होली है ...भाई होली है ...
होली मुबारक ||
-अशोक"अकेला"
होली की आप सब को बहुत बहुत शुभकामनाएँ:-
सदा खुश और स्वस्थ रहें | अशोक सलूजा !
होली पर सटीक खिंचाई, सलूजा साहब , आपको भी होली की हार्दिक कामनाये !
ReplyDeletebahut badhiya maza aa gaya
ReplyDeletehappy holi
बिल्कुल भी बुरा नहीं मानेंगे जी।
ReplyDeleteहैप्पी होली!
शानदार होली । हार्दिक शुभकामनाएँ...
ReplyDeleteबढिया धुलाई की है आपने.
ReplyDeleteहोली पर्व की घणी रामराम.
होली की शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर रचना .....रंग पर्व की मंगलकामनाएं
ReplyDeleteबहुत सुन्दर होली प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं
पावन रंगमय होली पर्व पर आपको हार्दिक बधाई .
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग 'मनसा वाचा कर्मणा' पर आयें,चुपके से टिपण्णी कर जाएँ,नहीं तो चाचू बुरा मान जाऊँगा.मिर्ची से शिकायत कर जाऊँगा .उसी के कहने से आपके ब्लॉग पर आये हैं.हमे क्या पता था कि आप इतना छाये हैं.
"बात गर हो सच्ची ,तो वो फिर लगती है "
ham bilkul puri tippani denge ji aur bura bhi nahi manenge ji.
ReplyDeletebahut jabardar tuk bandi kar dali hai
shabd shabd se dil ki bat kah dali hai.
guru ho ya chela sabko tippani ki bimari hai.
bura na mano holi hai bhai holi hai.
अशोक सलूजा जी
ReplyDeleteसादर सस्नेहाभिवादन !
वाह जी वाऽऽह !
होली का धमाल भी ब्लॉग जगत का बवाल भी ।
हार्दिक बधाई !
♥ होली की शुभकामनाएं ! मंगलकामनाएं !♥
होली ऐसी खेलिए , प्रेम का हो विस्तार !
मरुथल मन में बह उठे शीतल जल की धार !!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
होली के अवसर पर बेहतरीन रंग-बिरंगी रचना । शुभ-होली !
ReplyDeleteअच्छी रंग भरी रचना...
ReplyDeleteआपकी होली शुभ हो...
सादर.
बहुत ही सुन्दर ,बढ़िया पस्तुति..
ReplyDeleteहोली पर्व कि आपको हार्दिक शुभकामनाएँ ....