रिश्ते और रास्ते एक सिक्के के दो पहलू होते हैं
कभी रिश्ते निभाते-निभाते रास्ते बदल जाते हैं
कभी रास्ते पे चलते-चलते रिश्ते बन जाते हैं ||
रिश्ते एक मासूम पंछी की तरह होते हैं
सख्ती से पकड़ोगे तो मर जायेंगे
ढीले से पकड़ोगे तो उड़ जायेंगे
प्यार से पकड़ोगे हमेशा साथ रहेंगे ||
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ReplyDeleteरिश्ते एक मासूम पंछी की तरह होते हैं
सख्ती से पकड़ोगे तो मर जायेंगे
ढीले से पकड़ोगे तो उड़ जायेंगे
प्यार से पकड़ोगे हमेशा साथ रहेंगे ...
अशोक जी ,
इतनी प्यारी पंक्तियाँ तो कोई आप जैसा , निश्छल मन वाला ही लिख सकता है । आपका स्नेह , आपको पढने वाले तक सहज ही पहुँच जाता है ।
सादर,
दिव्या
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दिव्या !
ReplyDeleteमुझ जैसे बड़े-बुडे अनाड़ी का होंसला अफजाई करना
भी तुम जैसी बेटी का ही काम है |
बहुत आशीर्वाद के साथ ...