१. अपने बजुर्गो के सिद्धांतों पर विश्वास कर के आगे बडो |
२. समय-समय पर नई पीढी के नौजवानों की, सीखी नई तकनीक को,
उन्हें आजमाने का मौका दो |
३. अपने साथ काम करने वालो के दुःख-दर्द का ध्यान रख उनका प्यार और समर्थन
हासिल करो |
ये हैं वो जिन्दगी की ऊँचाइयों को छूने के तीन मूल-मन्त्र !
ओर ये मन्त्र हैं !आज की नौजवान पीढी को एक महान और कामयाब
उद्योग-पति की तरफ से ! जिनका नाम है, श्री रतन'टाटा"जी |
इन्ही तीन सिद्धांतों पर टिका है रतन टाटा जी की कामयाबी का राज !
अपनी सफलता का ये राज खुद उन्होंने खोला ,और नई पीढी को ये संदेश दिया |
मौका था -आल इण्डिया मेनेजमेन्ट एसोसिएशन की तरफ से लाइफ टाइम
अचीवमेंट सम्मान प्राप्त करने का|
ये सम्मान २२ मार्च ,मंगलवार २०११ को श्री रतन टाटा जी को ,प्रधानमंत्री के
सलाहकार श्री सेम पित्रोदा और एस बी आई के अध्यश श्री ओ पी भट्ट के
हाथो दिया गया |
२३ मार्च,बुधवार २०११ के हिंदुस्तान पेपर की ये खबर थी |
बिजनेस पेज पर ये छोटे से कालम की खबर मुझे नौजवान पीढी के लिए
बड़ी प्रेरणा-दायक लगी | इस लिए मेने ये आप की नजर कर दी |
खूबसूरत शानदार चाचू .
ReplyDeleteसार्थक विचार ....साझा करने का आभार
ReplyDeleteखूबसूरत साझा करने का आभार
ReplyDelete१. अपने बजुर्गो के सिद्धांतों पर विश्वास कर के आगे बडो |
ReplyDelete२. समय-समय पर नई पीढी के नौजवानों की, सीखी नई तकनीक को,
उन्हें आजमाने का मौका दो |
३. अपने साथ काम करने वालो के दुःख-दर्द का ध्यान रख उनका प्यार और समर्थन
हासिल करो |
useful tips !
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